(नादांन मोहब्बत)😢😢

सित़म सहकर भी समझ ना सके सित़म गर को अपनों के बीच आरिफ़

क्या ख़ूब वफ़ादारी का  सिला दिया है अपनों ने अपना कहकर


✍️मोहम्मद आरिफ़ इलाहाबादी

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