Hindi Urdu Poetry Stories #indianpoetry #poetry

कविता जज़्बातों की क़लम से

कल की फिक्र नहीं है जिनको वो हमको धमकातें हैं और आज किया तो कल को भरोगे कर्म यही बतलातें हैं जो दुनिया में आया है प्य…

मेरा नाम ही मेरी पहचान है🇮🇳❤

पहचान मेरी मोहताज नहीं बस नाम ही काफ़ी है अपना' भारत का रहने वाला हूँ पहचान ये काफ़ी है अपना हर मुल्क में अपनी शोहर…

हमारे दीन मज़हब की पहचान इन्सानियत मोहब्बत

मत पूछिए हमसे के मेरा दीन कैसा है मेरा ये धर्म मज़हब भी मेरे ईमान जैसा है सदाक़त का सलीक़ा हमसे है सीखा ज़माने ने …

श़हीद दिवस

दिया है मुल्क़ को जिसने लहु अपनी श़हाद़त से जहां में आज़ादी सर बुलंदी का हमें एहसास देता है वत़न के वास्ते सर कट गया ले…